जलील न किया करो किसी फ़क़ीर को अपनी चौखट से साहब, वो सिर्फ भीख लेने नहीं दुआ देने भी आता है.
कैसे ना मर मिटू उस पर यारों, पगली रूठ कर भी कहती है सुनो सँभल कर जाना.
उम्र को अगर हराना है तो शौक़ ज़िंदा रखिये घुटने चले या न चले मन उड़ता परिंदा रखिय.
हम अपने पर गुरुर नहीं करते, याद करने के लिए किसी को मजबूर नहीं करते, मगर जब एक बार किसी को दोस्त बना ले तो उससे अपने दिल से दूर नहीं करते.
अच्छा दोस्त एक फूल कि तरह होता हे जिसे हम छोड़ भी नही सकते, ओर तोङ भी नहीं सकते, तोङ दिया तो मुरझा जाए गा और छोङ दिया तो कोई और ले जाएगा.