अकेले हैं तो क्या हुआ ये वक्त भी गुजर जायेगा, हम अपनी तन्हाई मिटाने के लिये किसी को सताया नही करता.
तुमको छुपा रखा हे इन पलकों मे,पर इनको ये बताना नहीं आया, सोते हुए भीग जाती हे पलके मेरी, पलकों को अब तक दर्द छुपाना नहीं आया.
पलको से आँखों की हिफ़ाज़त होती है, धड़कन दिल की अमानत होती है, ये प्यार का रिस्ता भी बड़ा प्यारा है, कभी चाहत तो कभी शिकायत होती है.
मुहब्बत में झुकना कोई अजीब बात नहीं है, चमकता सूरज भी तो ढल जाता है चाँद के लिए.
बेताब से रहते हे तेरी याद मे अक्सर, रात भर नही सोते तेरी याद मे अक्सर, जिस्म मे दर्द का बहाना सा बना के हम टूट के रोते है तेरी याद मे अक्सर.