सबको प्यार देने की आदत है हमे, मुश्किल मे साथ देने की आदत है हमे, कितना भी गेहरा ज़ख्म दे कोई उतना ही ज़्यादा मुस्कुराने की आदत है हमे.
हर रोज़ गिर कर भी हम मुक्कमल खड़े हैं, ऐ ज़िन्दगी देख मेरे होंसले तुझसे कितने बड़े हैं.
ठोकर इसलिए नहीं लगती कि इंसान गिर जाए, ठोकर इसलिए लगती है कि इंसान संभल जाये.
मुझे खैरात में मिली ख़ुशियाँ अच्छी नहीं लगती, मैं अपने ग़मों में भी रहता हूँ नवाबो की तरह.
सिगरेट वाले से उधार और खुबसूरत लड़कियों से प्यार जितना भीरोको हो ही जाता है.