मेरे दिल ने तड़प के जब नाम तेरा पुकारा, कहाँ से न जाने चला आया ये मौसम प्यारा प्यारा तेरे रस्ते पे मैं आँखें बिछाये बैठा हूँ, तेरे इंतज़ार की मैं दुनिया सजाये बैठा हूँ.
इन आँखों से तेरा अक्स मिटाने की कोशिश हर बार हुई, इस दिल में तुझे भूलजाने की साजिश हर बार हुई, मुहब्बत है ये मगर जो मिटाए नहीं मिटती, एक तुझे खोकर भी तुझे पाने की ख्वाहिश हर बार हुई.
पूरी रात जगकर गुजार दूं उसकी खातिर, एक बार वो कहकर तो देखे की मुझे तुम्हारे बिना नींद नहीं आती.
हाथ मायूस नहीं होंगे उठा कर तो देखो, मिले तो हज़ारो लोग थे ज़िन्दगी मे, पर वो सबसे अलग थी जो किस्मात मे नही थी.
वकत से लड़ कर जो अपना नसीब बद्ल ले, इन्सान वो ही जीतता है जो अपनी तकदीर बदल ले, कल क्या होगा ये कभी मत सोचो, क्या पता कल वक्त ही अपनी तस्वीर बदल ले.