मोहब्बत की तरह नफरत का भी
साल में एक ही दिन तय कर दो कोई
ये रोज़ रोज़ की नफरतें अच्छी नहीं लगतीं.
WhatsApp shayari
बस इतना ही चाहिये तुजसे ऐ जिंदगी..
कि जम़ीन पर बैठूँ तो लोग उसे
मेरा बडप्पन कहें, औकात नहीं.!!!
मायूस ना हो, लबों को भी तकलीफ ना दे…
गर है प्यार तुझे, तो आँखों से बयां कर दे…
कौन कहता है सिर्फ दिल जलता है..ज़रा
धूप में खड़ी बाईक पर बैठ कर देखो..
मेरा और उस चाँद का मुकद्दर 乇k जैसा है
वो तारों में तन्हा है और मैं यारों में..
WhatsApp shayari In Hindi