“दिल से दिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं,
तुफानो में साहिल बड़ी मुश्किल से मिलते हैं,
यूँ तो मिल जाता है हर कोई,
मगर आप जैसे दोस्त नसीब वालों को मिलते हैं.”
“सोचा था न करेंगे किसी से दोस्ती,
न करेंगे किसी से वादा,
पर क्या करे दोस्त मिला इतना प्यारा
की करना पड़ा दोस्ती का वादा,”
“बरसात आये तो ज़मीन गीली न हो,
धूप आये तो सरसों पीली न हो,
ए दोस्त तूने यह कैसे सोच लिया कि,
तेरी याद आये और पलकें गीली न हों।”
“किसने इस दोस्ती को बनाया,
कहा से ये दोस्ती शव्द आया,
दोस्ती का सबसे ज्यादा फायदा तो हमने उठाया,
क्यों की दुनिया का सबसे प्यारा दोस्त
तो हमारे हिस्से में आया.”
“खुदा से कोई बात अंजान नहीं होती,
इन्सान की बंदगी बेईमान नहीं होती.
कही तो माँगा होगा हमने भी एक प्यारा सा दोस्त
वर्ना
यूंही हमारी आपसे पहचान न होती..”