Dosti Shayari
तू दूर है मुझसे और पास भी है,
तेरी कमी का एहसास भी है,
दोस्त तो हमारे लाखो है इस जहाँ में,
पर तू प्यारा भी है और खास भी है।
सच्ची है मेरी दोस्ती आजमा के देखलो,
करके यकीं मुझ पे मेरे पास आ के देखलो.
बदलता नहीं कभी सोना अपना रंग,
जितनी बार चाहे आग लगा कर देखलो।
ना Gaadi… ना Bullet… ना ही रखे हथियार… एक है सीने में जिगरा और दुसरे जिगरी Yaar.
रिश्तों की यह दुनिया है निराली,
सब रिश्तों से प्यारी है दोस्ती तुम्हारी,
मंज़ूर है आँसू भी आखो में हमारी,
अगर आजाये मुस्कान होंठों पे तुम्हारी।
खुद पे भरोसा है तो खुदा साथ है!
अपनो पे भरोसा है तो दुआ साथ है!
जिदंगी से हारना मत ऐ दोस्त,
ज़माना हो ना हो ये दोस्त तेरे साथ है!